वैक्सीन ट्रायल के लिए पटना AIIMS को नहीं मिल रहे वालंटियर, 1000 का टारगेट

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Patna: बिहारी हीरो हैं या जीरो, यह आपको तय करना है। आप हीरो हुए तो पूरे देश में कोरोना को मात मिलेगी, अगर जीरो हुए तो वायरस को मात देने वाली वैक्सीन के लिए पूरे देश को लंबा इंतजार करना होगा। आप तय कर लीजिए आपको क्या करना है। फिलहाल स्थिति संतोषजनक नहीं है। पटना एम्स में चल रहे वैक्सीन के तीसरे और अंतिम चरण के ट्रायल में अब तक पांच दिनों में महज 40 वालंटियर ही आए हैं। ट्रायल 1000 लोगों पर करना है। वालंटियर की संख्या ऐसे ही कम रही तो वैक्सीन के लिए पूरा देश लंबा इंतजार करेगा।

वैक्सीन का इंतजार लेकिन ट्रायल में पीछे

कोविड वैक्सीन को लेकर ट्रायल अब तीसरे चरण में है। कोरोना को मात देने वाली वैक्सीन को लेकर उम्मीद बढ़ रही है। अंतिम चरण का ट्रायल जितना जल्दी पूरा होगा उतनी ही जल्दी वैक्सीन आ जाएगी। बिहार में भी वैक्सीन को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। लेकिन ट्रायल को लेकर लोग जागरुक नहीं हैं। पटना एम्स में सोमवार से वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है लेकिन अभी तक पांच दिनों में 40 लोग आए हैं। यही हाल रहा तो दो माह से अधिक का समय ट्रायल में ही बीत जाएगा। अधिक से अधिक लोग ट्रायल दे दें तो वैक्सीन का इंतजार जल्दी खत्म हो जाएगा।

देश में 20 सेंटर, हर सेंटर पर होना है 1000 ट्रायल

पूरे देश में तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। पटना एम्स के मुताबिक देश के 20 सेंटर पर तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है, जिसमें 26 हजार वालंटियर चाहिए। इसके लिए पूरे देश में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पटना एम्स में शुक्रवार तक 40 लोग आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि 20 सेंटर जब तक पूरी तरह से ट्रायल नहीं कर लेते हैं तब तक वैक्सीन लांच होने का काम लंबा होता जाएगा।

दो चरण में बिहारी थे हीरो

पटना एम्स में पूर्व में हुए दो चरण के ट्रायल में बिहारी हीरो थे। पहला चरण महज दो दिन में ही पूरा कर लिया गया था। इसमें 50 लोगों का ट्रायल होना था। इसी तरह दूसरे चरण में भी पटना एम्स ने महज 3 दिन में लक्ष्य पूरा कर लिया था। लेकिन तीसरे चरण में वालंटियर की संख्या अब तक संतोषजनक नहीं है। अगर हर दिन ऐसे ही वालंटियर आए तो ट्रायल में दो माह से अधिक का समय लगना तय है। ऐसी स्थिति में बिहारी हीरो नहीं रह पाएंगे। एम्स के डॉक्टर लोगों से अपील कर रहे हैं कि अधिक से अधिक वालंटियर आकर ट्रायल कराएं।

भारतीय वैक्सीन से ही उम्मीद, ट्रायल में आएं आगे

भारत में बन रही कोविड वैक्सीन से ही लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है, क्योंकि इस वैक्सीन का कोल्ड चेन 2 से 8 डिग्री तक है। भारत में सामान्य वैक्सीन भी इसी तापमान पर रखी जाती है। ऐसे में देश में वैक्सीन के कोल्ड चेन को प्लेटफॉर्म पर यह वैक्सीन खरी होगी। यही कारण है कि ट्रायल पर इतना जोर दिया जा रहा है। पटना एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह और मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ सीएम सिंह ने लोगों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक संख्या में आकर अपना ट्रायल दें जिससे जल्दी से जल्दी वैक्सीन आ जाए। पटना एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह का कहना है कि ट्रायल के लिए वालंटियर बनकर आप कोरोना से चल रही लड़ाई में भागीदार बन सकते हैं।

हीरो बनना है तो फोन लगाएं और वैक्सीन ट्रायल के लिए रजिस्ट्रेशन कराएं

पटना एम्स के निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह और मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ सीएम सिंह का कहना है कि वैक्सीन ट्रायल के लिए पटना एम्स से दो नंबर जारी किए गए हैं। कोई भी जिसकी उम्र 18 साल से ऊपर हो और उसे कोविड का संक्रमण नहीं हुआ हो वह मोबाइल नंबर 9471408832 या 9919688888 पर फाेन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बताए गए समय पर वह पटना एम्स आकर ट्रायल कर सकते हैं। इसके लिए हर वालंटियर को आने जाने के खर्च के रूप में 750 रुपए भी दिए जा रहे हैं। पटना एम्स ने लोगों से अधिक से अधिक की संख्या में आकर ट्रायल देने की अपील की है।

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